रोबॉट एंड फिलिंग’ प्रोजेक्ट के तहत ऐसे रोबॉट का विकास किया जाएगा, जिसके अंदर इंसानों की तरह भावनाएं होंगी। वह मनुष्य की तरह ही खाएगा, पीएगा और काम करेगा। हालांकि, इसे बनाने में काफी मेहनत करनी पड़ेगी। इन प्रोजेक्ट्स के लिए चाहिए हाईटेक लैब
वायु दूत के बारे में क्षितिज ने बताया कि वह एक ऐसी ट्रेन बनाना चाहते हैं जो ईथर से 1000 किमी की रफ्तार से दौड़े। स्पेस (अंतरिक्ष) में वैक्यूम जिस तरह से काम करता है, ठीक वैसे ही धरती पर ईथर यानि हवा के बीच के घनत्व के इस्तेमाल से ट्रेनें चलाई जाएंगी। इन सभी प्रोजेक्ट्स को हकीकत का रूप देने के लिए हाईटेक लेबोरेट्री की जरुरत होगी।